पोस्टमार्टम के बाद महिला का शव लेकर जा रहे थे परिजन, रास्ते में चेहरा खोला तो रह गए सन्न

Body of a Muslim woman was given to a Hindu

Body of a Muslim woman was given to a Hindu

Body of a Muslim woman was given to a Hindu: कानपुर के पोस्टमार्टम हाउस में अजीब स्थिति है. यहां शनिवार को एक हिन्दू परिवार को मुस्लिम महिला का शव दे दिया. परिवार के लोग शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए चले, रास्ते में उन्हें एहसास हुआ कि शव कुछ ज्यादा ही भारी है. शक होने पर चेहरे पर से कपड़ा हटाकर देखा तो लोग हैरान रह गए. शव को वापस लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और शिकायत की, लेकिन पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी उल्टा मृत महिला के परिजनों को ही हड़काने लगे.इसके बाद जब परिजनों ने बवाल काटना शुरू किया तो अधिकारियों ने मामले में हस्तक्षेप की और लोगों को शांत कराया.

यह मामला कानपुर के स्वरूप नगर थाना क्षेत्र स्थित पोस्टमार्टम हाउस का है. हिन्दू परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि समय रहते मामले का खुलासा नहीं होता तो वह किसी अन्य महिला के शव का दाह संस्कार कर देते. वहीं उनके परिवार की महिला का शव कर्मचारियों ने मुस्लिम परिवार को सौंप दिया था. ऐसे में वह शव ले जाकर दफन कर देते.गनीमत रही कि पोस्टमार्टम हाउस से निकलकर करीब 1 किलोमीटर चलने के बाद शक हुआ तो चेहरे से कपड़ा हटाकर देखा गया और मामले का खुलासा हो सका.

शव भारी होने से हुआ था शक

पीड़ित परिजनों ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस में अनाउंस किया गया कि अनीता के शव का पोस्टमार्टम हो गया है, परिजन अंदर आकर शव ले जाएं. इस सूचना पर परिवार के लोग अंदर गए कर्मचारियों के कहने पर शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए चल दिए. अनीता के पति मनोज के मुताबिक जब गलत शव मिलने का खुलासा हुआ और वह वापस पोस्टमार्टम हाउस आए तो कर्मचारियों ने उनके साथ झगड़ा शुरू कर दिया. गनीमत रही कि जो उनकी पत्नी का शव मुस्लिम परिवार को दे तो दिया गया था, लेकिन अभी वह लोग शव ले नहीं गए थे.

घर में गिर कर चोटिल हो गई थी महिला

मनोज के मुताबिक उनकी पत्नी फतेहपुर के गाजीपुर स्थित अपने घर में गिर को चोटिल हो गई थी. इसी चोट की वजह से गुरुवार को उनकी मौत हो गई. इसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए आया था. संयोग से कानपुर देहात के रसूलाबाद के रहने वाली रेशम की भी मौत हुई थी और शव का भी पोस्टमार्टम हुआ. यहां कर्मचारियों की लारवाही से शव बदल गए थे. उन्होंने बताया कि इस संबंध में उन्होंने सीएमओ कानपुर डॉक्टर आलोक रंजन को शिकायत की तो मामले का निस्तारण हो सका. सीएमओ के मुताबिक अब मामले की जांच कराई जा रही है.

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